क्रेशर के संचालकों ने शासकीय जमींन खोदकर तालाब बना दिया, खेत में जाने तक का रास्ता नहीं है
क्रेशर के संचालकों ने शासकीय जमींन खोदकर तालाब बना दिया, खेत में जाने तक का रास्ता नहीं है
ग्रामीणों ने क्रेशर संचालक पर अवैध उत्खनन का आरोप लगाया है और कलेक्टर से कार्यवाही की मांग की है
बदरवास। मंगलवार को जनसुनवाई में बदरवास से आए ग्रामीणों ने क्रेशर संचालक पर अवैध उत्खनन का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने बताया है कि क्रेशर संचालक ने उनके खेत में जाने के रास्तों पर बडे बडे गड्डे कर दिए थे। इस मामले में ग्रामीणों ने क्रेशर के मालिक पर कार्यवाही की बात कही है।
कलेक्टर से गुहार लगाते हुए ग्रामीणों ने बताया है कि वह ग्राम धुवाई टैंटाई गांव का है। गांव के लोगों का कहना है कि इन अवैध खनन करने वाले क्रेशर मालिकों पर कार्रवाई नहीं हो सकी है। ग्रामीणों का कहना है कि अवैध खननकर्ताओं ने सर्वे नंबर 198, 203 की चरनोई भूमि पर जमकर खनन किया है। इससे चारों तरफ खाईनुमा गड्ढे बन गए है।
इन गड्ढों के कारण किसानों को अपने खेतों तक ट्रैक्टर-ट्रॉली ले जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही रात के समय पैदल जाने में गिरकर घायल होने का खतरा बना रहता है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने एकजुट होकर कोलारस एसडीएम से भी कर चुके है।
ग्रामीणों का कहना है कि क्रेशर संचालकों के द्वारा शासकीय भूमि सर्वे नंबर 115/3, 115/4, 76,77, 78, 81, 88 की 200 बीघा जमीन पर भी अवैध खनन कर दिया है। ऐसे में ग्रामीणों ने जब इसका विरोध किया तो उन्हें डराया धमकाया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि अवैध खनन और ब्लास्टिंग करने वाले खनन माफियाओं ने सरकारी नालों के स्वरूप को ही परिवर्तित कर दिया है।
अवैध खनन के कारण बड़े-बड़े गड्ढे अब तालाब बन गए हैं। ग्रामीणों के अनुसार इन गड्ढों में भरे पानी में ग्राम बारई के एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो चुकी है। ग्रामीणों के अनुसार लगातार हो रही ब्लास्टिंग के कारण कृषि भूमि पूरी तरह से बंजर होती जा रही है, क्योंकि लोग इस पर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं।

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