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राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर किशोरी बालिकाओं का स्वास्थ्य जांच शिविर एवं सम्मान कार्यक्रम संपन्न

राष्ट्रीय बालिका दिवस  के अवसर पर किशोरी बालिकाओं का स्वास्थ्य जांच शिविर एवं सम्मान कार्यक्रम संपन्न

हर क्षेत्र में लड़की आगे, फिर क्यों हम लड़की से भागें-डॉक्टर पवन जैन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी

एनीमिया को मात देने वाली 5 बालिकाओं को उपहार देकर किया सम्मानित


शिवपुरी ब्यूरो- प्रत्येक वर्ष जनवरी की 24 तारीख को “राष्ट्रीय बालिका दिवस” के रूप में मनाया जाता है। हम देख रहे हैं कि आज लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, फिर चाहे बात खेल की हो या फिर नौकरी की। इसलिए इस दिन का उद्देश्य लड़कियों के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। ये कहना था डॉक्टर पवन जैन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का। वह बालिका दिवस के अवसर पर शक्ति शाली महिला संगठन , महिला बाल विकास, स्वास्थ्य विभाग एवं ब्रिटानिया न्यूट्रिशन फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रुप से आयोजित स्वास्थ जांच शिविर सह सम्मान प्रोग्राम में मुख्य अतिथि के तौर पर अपने उद्बवोधन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में लड़की आगे फिर हम क्यों लड़की से भागे। साथ ही उन्होंने किशोरी बालिकाओं को कहा कि आप जीवन में जो भी करना चाहती हैं उसे लिख ले और उस दिशा में कड़ी मेहनत करें। साथ ही अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखें। आप हरे पत्तेदार सब्जियां का नियमित उपयोग करें और नाश्ता जरूर करें। इसके साथ ही उन्होंने 5 साल तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक अवश्य पिलाने का सबसे अनुरोध किया।

 संयोजक रवि गोयल ने कहा कि देश की आजादी के बाद से भारत सरकार ने बेटियों को देश में पहले पायदान पर लाने के लिए कई योजनाएं शुरू की और कानून बनाएं। सरकार ने उनकी हौसलाअफजाई के लिए कई कार्यक्रम चला रखा है। इसी कड़ी में हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। आज इस खास दिन को मनाने की मुख्य वजह देश की बेटियों को सशक्त बनाना है। राष्ट्रीय बालिका दिवस पर सम्मानित होने वाली बालिका वंशिका ने कहा कि

जब घर में संकट आते हैं, तब बेटियां ही उससे बचाती हैं। इसलिए बेटियो को खूब पढ़ाना लिखाना चाइये।

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ संजय ऋषि स्वर ने कहा कि इस दिन श्रीमती इंदिरा गांधी ने भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था। इस दिवस पर हम किशोरी बालिका एनीमिया मुक्त होकर समाज को एनीमिया मुक्त बनाने में अपना अमूल्य योगदान दें।

परियोजना अधिकारी श्रीमती नीलम पटेरिया ने कहा की वर्तमान में देखा जाए तो देश की बेटियां हर क्षेत्र में भूमिका निभा रही हैं। एक समय ऐसा था, जब बेटियों को गर्भ में ही मरवा दिया जाता था। यह स्थिति अब न के बराबर हो गई है। पहले बेटियों का जन्म हो भी गया तो बाल विवाह कर दिया जाता था। बेटियों के साथ भेदभाव और उनके साथ होने वाले अत्याचार के खिलाफ देश की आजादी के उपरांत भारत सरकार प्रयासरत हो गई थी। कार्यक्रम में सेक्टर सुपरवाइजर सुश्री निवेदिता मिश्रा ने किशोरी बालिकाओं को आयरन फोलिक एसिड की गोली का सेवन करने की सलाह दी। साथ ही पोषण वाटिका लगाने की भी वकालत की। स्वास्थ्य जांच शिविर में आज 23 लड़कियों की एनीमिया की जांच डॉक्टर वर्षा तिवारी ,डॉक्टर आसमा खान एवम डॉक्टर दांगी के द्वारा की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ पवन जैन ने एनीमिया से मुक्त हुई 5 बालिकाओं जिनमें शीतल नामदेव, वंशिका, निशा मौर्य आदि को उपहार एवं शील्ड देकर सम्मानित किया। प्रोग्राम में सीएमएचओ डॉ पवन जैन, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ संजय ऋषिस्वर, शक्तिशाली महिला संगठन के रवि कुमार एवं उनकी पूरी टीम, नीलम पटेरिया, निवेदिता मिश्रा, सुपोषण सखी, आगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहीयका एवम किशोरी बालिकाओं ने भाग लिया। प्रोग्राम का संचालन किशोरी बालिका निशा मौर्य ने किया।


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