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महाशिवरात्रि : नगर में भव्य शोभायात्रा में शिव मय हुई शिव की नगरी शिवपुरी, उत्साह से मना महाशिवरात्रि पर्व

महाशिवरात्रि : नगर में भव्य शोभायात्रा में शिव मय हुई शिव की नगरी शिवपुरी, उत्साह से मना महाशिवरात्रि पर्व

उज्जैन की तर्ज पर शिवपुरी में निकाली गई भगवान भोलेनाथ की शाही सवारी

श्रद्धालुओं ने लिया बढ़-चढ़कर भाग और  जगह जगह हुआ भोलेनाथ की शाही सवारी का भव्य स्वागत ।





शिवपुरी ब्यूरो- भगवान भोलेनाथ के महापर्व के रूप में मनाए जा रहे महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर नगर शिवपुरी शिव मय होता हुआ नजर आया। शहर में कोरोनाकाल के बाद पहली बार बड़े उत्साह के साथ भगवान शिव की नगरी शिवपुरी में महाशिवरात्रि के पर्व को लेकर भगवान महाकाल की शाही सवारी निकाली गई। जो स्थानीय नीलकण्ठेश्वर महादेव मंदिर धर्मशाला रोड़ से प्रारंभ हुई और नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए श्रीसिद्धेश्वर मंदिर पर पहुंचकर संपन्न हुई। कार्यक्रम में नगर के श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

शिव की नगरी शिवपुरी में भगवान भोलेनाथ के महापर्व महाशिवरात्रि को लेकर नगर के श्रद्धालुजनों में बड़ा उत्साह देखने को मिला और इस आयोजन में प्रजापिता ब्रह्मकुमारी आश्रम की बहिनों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया साथ ही महिलाऐं सिर पर कलश रखकर इस शाही सवारी की शोभायात्रा में शामिल हुए। श्रद्धालुओं के उत्साह को लेकर नगर में डीजे और बैंड की थाप पर भगवान भोलेनाथ के गीतों पर श्रद्धालुजन नाच-गाकर प्रभु भक्ति करते हुए नजर आए।

भगवान महाकाल(भोलेनाथ शिव)की सवारी नगर में स्थानीय नीलकण्ठेश्वर मंदिर धर्मशाला रोड़ शिवपुरी से प्रारंभ हुई जो नगर के विभिन्न मार्ग से धर्मशाला रोड़, सदर बाजार, एबी रोड़, माधवचौक, छत्री रोड़ होते हुए श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर पहुंची जहां शाही सवारी में सवार भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की गई व उपस्थित श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद का वितरण किया गया। 

इस अवसर पर महाशिवरात्रि के पर्व को लेकर श्रीसिद्धेश्वर सेवा समिति के द्वारा प्राचीन सिद्धेश्वर मंदिर पर अत्याआधुनिक साज सज्जा एवं सिद्धेश्वर महादेव एवं महाअभिषेक की व्यवस्थाऐं की गई, साथ ही श्रद्धालुओं के लिए मंदिर प्रांगण में दर्शन हेतु बेरीकेट लगाकर क्रमबद्ध तरीके से दर्शन कराए गए। हजारों की संख्या में यहां श्रद्धालुओं ने भोलेनाथ को बेलपत्र, पुष्प, बेर सहित अन्य पूजन सामग्री अर्पित करते हुए जल चढ़ाकर आरती कर धर्मलाभ प्राप्त किया। इस दौरान भगवान महाकाल की शाही सवारी का नगर में अनेकों स्थानों पर भव्य स्वागत भी किया गया।

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