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मेडिकल कॉलेज शिवपूरी में शुरू हुआ कुल्हा प्रत्यारोपण जटिल ऑपरेशन - डॉ पंकज शर्मा

मेडिकल कॉलेज शिवपूरी में शुरू हुआ कुल्हा प्रत्यारोपण जटिल ऑपरेशन - डॉ पंकज शर्मा

आयुष्मान हितग्राही मरीजों की जा रही है निःशुल्क सर्जरी


शिवपुरी। श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में भी अब कूल्हा प्रत्यारोपण हो सकेगा। आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए इलाज पूरी तरह से नि:शुल्क होगा। वहीं अन्यों के लिए भी बेहद कम लागत में सुविधाएं उपलब्ध होंगी। मेडिकल कॉलेज में दोनों कूल्हे खराब होने के कारण कई वर्षों से बिस्तर पर पड़े एक युवक का संपूर्ण कूल्हा प्रत्यारोपण किया गया।

 विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज शर्मा ने बताया कि अधिष्ठाता डॉक्टर के. बी. वर्मा, चिकित्सालय अधीक्षक डॉक्टर आशुतोष चौऋषि के मार्गदर्शन में शनिवार को मेडिकल कॉलेज शिवपुरी के हड्डी जोड़ रोग विभाग में एक बड़ा ऑपरेशन किया गया। लाखन बाथम 33 वर्ष कई साल से चलने फिरने से मोहताज होने के कारण बिस्तर पर पड़े हुए थे। कुछ दिन पहले मेडिकल कॉलेज में यह केस आया तो उन्होंने इसे चुनौतीपूर्ण तरीके से लिया तथा मरीज की पूरी केस हिस्ट्री जानी। इसके पश्चात दोनों खराब हुए कूल्हो का एक्स-रे कर जांचा गया कि कौन सा कूल्हा ज्यादा खराब है, जिसके पश्चात आज शनिवार को जोड़ प्रत्यारोपण सर्जन एवं विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ पंकज शर्मा एवं इनकी टीम, निश्चेतना का कार्य डॉ शिल्पा अग्रवाल एवं उनकी टीम के साथ ने किया। मेडिकल कॉलेज का प्रथम निःशुल्क सफलतम कुल्हा प्रत्यारोपण (टोटल हिप रिप्लेसमेंट)  बेहद जटिल ऑपरेशन कर मरीज के एक कूल्हे को पूरी तरह से प्रत्यारोपित कर दिया गया। डॉ. पंकज शर्मा ने बताया कि जल्द ही मरीज को सहारे के साथ चला दिया जाएगा तथा टांके कटने के उपरांत मरीज स्वयं अपने पैरों से चलेगा। गौरतलब है कि इससे पहले डॉ पंकज शर्मा श्री गुरू राग राय इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साईस एवं महेत इन्द्रेश हास्पिटल देहरादून में कई जोड़ प्रत्यारोपण कर चके हैं पर यह अवसर शिवपरी मेडिकल कॉलेज में पहली बार है।

डॉक्टर पंकज शर्मा  ने बताया कि कूल्हा प्रत्यारोपण काफी महंगा इलाज है तथा कूल्हा एवं घुटना प्रत्यारोपण हड्डी एवं जोड़ रोग में सबसे बड़ी सर्जरी मानी जाती है उत्तरा हड्डी जोड़ रोग का हर सर्जन कूल्हा प्रत्यारोपण नहीं कर सकता इसके लिए विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। डॉक्टर पंकज शर्मा ने ये भी बताया कि आयुष्मान कार्ड धारक लाखन बाथम 33 वर्ष का इलाज पूरी तरह से नि:शुल्क किया गया। सामान्य व्यक्तियों के लिए भी मेडिकल कॉलेज शिवपुरी में इसकी कीमत बेहद कम रखी गई है ।

 यह बोले अधिष्ठाता

डॉ के.बी. वर्मा (अधिष्ठाता) शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के अनुसार अब शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में टोटल हिप रिप्लेसमेंट की शुरूआत करके डॉ पंकज शर्मा ने एक मिसाल कायम की है। इससे पहले डॉ पंकज ने अक्टूबर माह में आर्थोपेडिक्स की राज्यस्तरीय कॉन्स कराई थी जहाँ देश विदेश के जाने माने आर्थो सर्जन शामिल हुये थे। नई सर्जरी की शुरूआत के लिये बाहर जाने की आवश्यकता भी खत्म होगी और निःशुल्क ऑपरेशन संभव होगे साथ ही स्नातकोत्तर के लिये नई सीटो के आवंटन एवं उनके प्रशिक्षण का मार्ग भी प्रशस्त हो गई ।

हड्डी जोड़ रोग विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज शर्मा से सीधी बात,कुल्हे क्यों खराब होते हैं?

उ. कुल्हा शरीर का एक खास अंग है। दैनिक जीवन में इसके बिना चलना संभव नहीं है। कुल्हों में किसी प्रकार की चोट लगने, बुढापे या कुछ खास बीमारी जैसे की ए.वी.एन. आर्थिराइटिस, टी.बी. एल्कोहल एवं स्टोराईड के अत्यधिक सेवन से खराब हो जाते हैं। जिससे मरीजों को चलने फिरने, उठने-बैठन या लेटने में काफी तेज दर्द होता है। इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिये हिप रिप्लेस्मेंट करते हैं।

प्र.2 हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी क्या है।

उ. हिप रिप्लेसमेंट एक जटिल सर्जिकल प्रक्रिया है जो प्रत्यारोपण सर्जरी में दक्ष आर्थोपेडिक सर्जन के द्वारा की जाती है, जिसमें क्षतिग्रस्त जोड़ को प्रोस्थेटिक हिप के साथ बदल देते हैं।

प्र.3 इस सर्जरी में अनुमानित कितना खर्चा आता है।

उ. अस्थि रोग विभाग, मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान मरीजों का कुल्हा प्रत्यारोपण निःशुल्क किया जा रहा है।

प्र.4 सर्जरी के बाद रिकवरी में कितना समय लगता है।

उ. हिप रिप्लेसमेंट के बाद रिकवरी तेजी से होती है। इसमें कई वर्षों के रागों से निजाद मिलती है। एक से तीन महीने में मरीज चलना प्रारंभ कर देता है।

प्र.5 मेडिकल कॉलेज शिवपुरी में हिप रिप्लेसमेंट प्रारंभ होने के क्या फायदा होगा। उ. इस ऑपरेशन के शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में होने से शिवपुरी अंचल, अशोकनगर, गुना, श्योपुर एवं अन्य आस-पास के क्षेत्रिय मरीजों को अन्य बड़े शहरों में यह सर्जरी कराने नहीं जाना पडेगा।

प्र.6 यह ऑपरेशन शिवपुरी में कैसे संभव हो पाया।

उ. इस तरह के ऑपरेशन में मोड्यूलर ओ.टी. एवं लेमीनर लो सिस्टम एवं विशेष उपकरणों की आवश्यकता होती है जिसे पूर्ण करने के बाद यह सर्जरी संभव हो पाई है। इस तरह के जटिल ऑपरेशन पर आधारित एवं सेमिनार का आयोजन त्रिदिवसीय एम.पी.आई.ओ. कॉन. अक्टू 2023 में अस्थि रोग विभाग मेडिकल कॉलेज में आयोजन सचिव डॉ पंकज शर्मा शिवपुरी आर्थोपेडिक सोसाइटी द्वारा किया गया था। जिसमें देश-विदेश के नामचीन अस्थि रोग विशेषज्ञ ने शिवपुरी आकर शिरकत की थी।

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