हम सभी के मन में हो समाज सेवी सांखला परिवार जैसा सेवा भाव : डॉक्टर डी परमहंस
हम सभी के मन में हो समाज सेवी सांखला परिवार जैसा सेवा भाव : डॉक्टर डी परमहंस
सांखला परिवार ने मेडिकल कॉलेज में जरूरतमंदों के लिए दी दो व्हील चेयर
शिवपुरी। श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, शिवपुरी को समाज सेवी तेजमल सांखला परिवार ने जरूरतमंदों (चलने-फिरने में असमर्थ मरीजों के लिए) की सहायता के लिए दो व्हील चेयर प्रदान की।
इस दौरान मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉक्टर डी.परमहंस,अधीक्षक डॉ. आशुतोष चौऋषि,कम्युनिटी मेडिसिन विभाग विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश अहिरवार , सहा. पीआरओ राहुल अष्ठाना,तेजमल सांखला, पिंकी सांखला, अल्पा सांखला, अरुणा सांखला, हार्दिक सांखला, बंधन सांखला, साधना चौरडिया (सूरत), निर्मला चौरडिया (जयपुर) शिल्पा नाहटा ( कोयंबटूर), दिशा जैन राजकुमार जैन (पटना) अर्चना जैन, सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहा।
मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉक्टर डी परमहंस ने वंदन को जन्म दिवस की बधाई देते हुए कहा कि सांखला परिवार जैसा भाव अन्य व्यक्तियों में होना चाहिए जिससे लोग चिकित्सालय में आगे आकर सेवा कार्य करें। सबसे पहली और सबसे आवश्यक सेवा अपनी है। अपने भीतर उत्कृष्टता का अभिवर्धन करना संसार की तथा ईश्वर की सबसे बड़ी सेवा है। श्रेष्ठ व्यक्ति के गुणों में से एक है दानी होना। दूसरों की सहायता के लिए अपनी वस्तुओं का दान करना मानवता की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक माना जाता है। सांखला परिवार जैसा विचार काफी सराहनीय कि आप लोगों ने मेडिकल कॉलेज को एक परिवार माना आपका सेवा भाव काबिले तारीफ है।
समाज सेवी सांखला परिवार की बहु अल्पा ने कहा कि मेरे मन में यह भाव इसलिए पैदा हुआ कि जब मैं अपने बच्चे वंदन के जन्म दिवस पर कुछ खास करूं जिसके लिए मैंने अपने भाई समान देवर एवं काॅलेज के सहा. पीआरओ राहुल अष्ठाना से पुछा तो उन्होंनें मुझे मेडिकल काॅलेज को व्हील चेयर देनी की बात कही और मैंने अपने बेटे के जन्म दिवस को मेडिकल कॉलेज में सम्मानीय डॉक्टर डी.परमहंस सर सहित अन्य डॉक्टर के साथ दो व्हील चेयर प्रदान कर मनाया। इसी के साथ अल्पा का कहना था कि हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत दोनों में ही दान एक परंपरा के रूप में स्थापित है, जिसकी बड़ी महिमा बताई गई है। माना गया है कि सहृदयता और सहायता करने की सोच के साथ किसी जरूरतमंद को कुछ देने का ही अर्थ दान है। इस लिए समाज के हर वर्ग से मेरी गुजारिश है कि हमें ज़िंदगी के कुछ पल जरूरतमंदों की सेवा भाव के लिए कुछ न कुछ देते रहना चाहिए।
इस दौरान अधीक्षक डॉक्टर आशुतोष चौऋषि का कहना था कि हम सांखला परिवार का बहुत ही सराहनीय कार्य जो अपने बच्चे वंदन का जन्म दिवस यहां मनाने का निर्णय लिया। आगे कहा कि निस्वार्थ भाव से किया गया दान अधिक फलदाई होता है। वही सेवा, परोपकार से मानव में सदगुण दया, करुणा, प्रेम, सत्य और शुभ संस्कार आते हैं। उन्होंने कहा कि हर मानव को अपने जीवन को कल्याणकारी बनाने के लिए यथाशक्ति दान सेवा का संकल्प अवश्य करना चाहिए।
इसी के साथ सांखला परिवार के मुखिया तेजमल सांखला ने डॉक्टर डी.परमहंस को हमेशा हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि
सेवा धर्म ही अध्यात्म का प्रतिफल है। परमार्थ पथ पर अग्रसर होने वाले को सेवा-धर्म अपनाना होता है। जिसके हृदय में दया, करुणा, प्रेम और उदारता है वही सच्चा अध्यात्मवादी है। इन सद्गुणों को- दिव्य विभूतियों को- जीवन क्रम में समाविष्ट करने के लिए सेवा धर्म अपनाने के अतिरिक्त और कोई मार्ग नहीं।
इस दौरान सहा. पीआरओ राहुल अष्ठाना का कहना था कि सांखला परिवार से काफी समय से परिवार की तरह जुड़ा हुआ हूं सांखला परिवार ने मेरे कहने पर आज शुक्रवार को वंदन का जन्म दिवस मनाने के साथ मेडिकल कॉलेज को दो व्हील चेयर प्रदान की है जिसके लिए मैं मेडिकल कॉलेज की तरफ से आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं। इसी के साथ पिंकी सांखला ने समय-समय पर जरूरतमंदों की सहायता का आश्वासन दिया।

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